ठेहट-गोगामेड़ी दोनों के मर्डर का मास्टरमाइंड एक ही गैंगस्टर, बीकानेर के वीरेंद्र चारण पर शक
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राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेडी के मर्डर में एक बड़ा खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गैंगस्टर राजू ठेहट और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का मास्टरमाइंड एक ही है। बीकानेर के एक लाख के इनामी मोस्ट वांटेड वीरेंद्र चारण पर शक की नजर है। वीरेंद्र चारण रोहित गोदारा की गैंग को राजस्थान में ऑपरेट कर रहा है। गोगामेड़ी की हत्या के पीछे वजह थी चूरू के एक प्रॉपर्टी डीलर से वसूली का विवाद।
रोहित गोदारा ने प्रॉपर्टी डीलर से 50 लाख की डिमांड की थी। गोगामेड़ी ने प्रॉपर्टी डीलर के सपोर्ट में आकर लॉरेंस गैंग को पैसे देने से मना कर दिया था। इसी कारण लॉरेंस गैंग ने गोगामेड़ी का मर्डर करा दिया।
भास्कर ने मामले में पैरेलल इंवेस्टिगेशन किया तो सामने आया कि गोगामेड़ी के मर्डर के लिए वीरेंद्र चारण ने ही शूटर और हथियारों का इंतजाम किया था। एक साल पहले राजू ठेहट की हत्या के मामले में पकड़े गए बदमाशों ने भी खुलासा किया था कि अगला टारगेट एक राजपूत होगा। भास्कर उस प्राॅपर्टी कारोबारी तक भी पहुंचा, जिसके फिरौती न देने के विवाद में गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई।
चूरू के प्रॉपर्टी डीलर को रोहित गोदारा की धमकी से शुरू हुई थी कहानी
चूरू के राजगढ़ के रहने वाले गैंगस्टर संपत नेहरा को लॉरेंस गैंग का ‘मैनेजर’ कहते हैं। संपत लॉरेंस गैंग से जुड़ा है और अभी पंजाब की भटिंडा जेल में बंद है।
संपत नेहरा ने ही वसूली के लिए रोहित गोदारा को चूरू के कुछ बिजनसमैन की लिस्ट दी थी। इनमें महिपाल सिंह का भी नाम दिया था।
चूरू के रतनगढ़ में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर महिपाल सिंह लोधासर को रोहित गोदारा ने सबसे पहले अप्रैल 2022 में फोन पर धमकी देकर 50 लाख रुपए की मांग की थी। महिपाल ने पैसे नहीं दिए तो रोहित गोदारा ने गैंग के संजय सिंह लूंछ और विजय चौमाल को महिपाल सिंह के घर भेजा था
घर के पीछे बने गेस्ट हाउस में संजय सिंह और विजय ने महिपाल सिंह को धमकी दी थी। दोनों ने कहा था कि अगर रतनगढ़ या कहीं प्रॉपर्टी का काम करना है तो हमें हिस्सा और पैसे देने पड़ेंगे।
उस दौरान एक जमीन के सौदे को लेकर रोहित गोदारा महिपाल से 50 लाख रुपए की डिमांड करने लगा था। इस पर महिपाल सिंह ने वहां घबराकर रुपए देने के लिए हामी भर दी, ताकि दोनों बदमाश वहां से चले जाए
8 जुलाई को फिर से किया फोन
महिपाल सिंह को घर पर धमकी देने के बाद भी पैसे नहीं मिले तो उसने फिर से 8 जुलाई को फोन किया था। रोहित गोदारा ने फोन पर धमकी देते हुए कहा था कि तेरे को मारना ही पड़ेगा। महिपाल सिंह ने घबराकर फोन काट दिया।
इस पर रोहित गोदारा ने मैसेज लिखा- या तो जवाब दे, नहीं तो तैयार रहना। महिपाल सिंह के जवाब नहीं देने पर रोहित गोदारा ने कई बार धमकी देने के लिए फोन किए थे, लेकिन महिपाल सिंह ने फोन रिसीव नहीं किए
राजू ठेहट के मर्डर के 5 दिन बाद प्रॉपर्टी कारोबारी को धमकी
राजू ठेहट की हत्या 3 दिसंबर 2022 को हुई थी। पुलिस जांच में 3 दिन बाद ही खुलासा हो गया था कि ठेहट मर्डर के पीछे वीरेंद्र चारण ही असली मास्टरमाइंड है।
रोहित गोदारा ने उसे ही पूरी प्लानिंग की जिम्मेदारी दी थी। चारण ने बीकानेर से हाईटेक हथियारों की व्यवस्था कर सीकर भेजे थे। पूरी फंडिग भी उसने ही की थी।
राजू ठेहट के हत्यारों ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया था कि अब अगला टारगेट एक राजूपत होगा, लेकिन तब ये क्लियर नहीं हुआ था कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को टारगेट बनाया जाएगा।
ठेहट की हत्या के 5 दिन बाद 8 दिसंबर को ही रतनगढ़ के प्रॉपर्टी डीलर महिपाल सिंह लधासर को धमकी मिली थी। पुलिस को लगा कि टारगेट पर महिपाल सिंह ही है
रॉपर्टी डीलर ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया
रोहित गोदारा की धमकी के फोन आने बंद नहीं हुए तो आखिर में महिपाल सिंह ने हिम्मत करके दिसंबर 2022 में रतगढ़ पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया था।
रिपोर्ट में बताया कि बताया कि 8 दिसंबर को उसके फोन पर एक वॉट्सऐप से वॉइस मैसेज आया- ‘मैं रोहित गोदारा बोल रहा हूं। 15 तारीख तक 50 लाख रुपए की व्यवस्था कर देना, नहीं तो सीकर वाला अंजाम तुमने देखा ही है। अब आगे भी अगर काम करे तो हमें पैसे देने होंगे।’
इसके बाद 15 दिसंबर को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर उसके पास फिर से वॉट्सऐप कॉल और मैसेज आया था। उसमें भी रोहित गोदारा ने फिर से जान से मारने की धमकी दी थी
वीरेंद्र चारण ने दो बार मिलकर धमकी दी थी
पुलिस में मामला दर्ज करवाने के बाद जनवरी 2023 में रोहित गोदारा की गैंग ऑपरेट करने वाले वीरेंद्र चारण ने अपने साथी भूपेंद्र सिंह, संजय सिंह लूंछ सहित 10 साथियों के साथ जयपुर के हाथोज में महिपाल को धमकी दी थी। चारण ने उसे धमकाया कि पैसे तो देने पड़ेंगे, तेरे गार्ड भी तुझे नहीं बचा पाएंगे
गोगामेड़ी ने महिपाल सिंह की मदद की थी
महिपाल सिंह को बार-बार रोहित गोदारा के वसूली को लेकर फोन आने लगे तो महिपाल सिंह ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से मदद मांगी थी।
गोगामेड़ी ने महिपाल सिंह को रोहित गोदारा को पैसे देने से मना कर दिया था। गोगामेड़ी के मामले के बीच में आने पर अब रोहित गोदारा और गोगामेड़ी के बीच दुश्मनी हो गई थी। इसे पहले भी एक बिजनसमैन से वसूली के दौरान गोगामेड़ी ने रोहित गोदारा को पैसे देने से मना किया था।
पंजाब पुलिस से मिला था अलर्ट
गोगामेड़ी के बीच में आने के कारण गोदारा गैंग को पैसे नहीं मिले तो संपत ने जेल में ही गोगामेड़ी को मारने की प्लानिंग बनाई थी। इसकी भनक पंजाब पुलिस को लगी तो उन्होंने 14 मार्च को राजस्थान पुलिस को इसका अलर्ट भी भेजा था। गोगामेड़ी की हत्या के लिए संपत एके-47 अरेंज कराने वाला था
जेल में मिले थे वीरेंद्र चारण और रोहित राठौड़
गोगामेड़ी की हत्या करने वाला शूटर रोहित राठौड़ नाबालिग से रेप के मामले में जयपुर जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात मर्डर के मामले में सजा काट रहे गैंगस्टर वीरेंद्र चारण से हुई थी।
वहां दोनों के बीच में दोस्ती हो गई थी। वीरेंद्र चारण ने रोहित राठौड़ को रोहित गोदारा गैंग में शामिल कर लिया था। सितंबर 2022 में वीरेंद्र चारण जेल से जमानत पर बाहर आ गया था। जेल से बाहर आते ही वीरेंद्र चारण ने राजू ठेहट की प्लानिंग शुरू कर दी थी। उसी ने शूटर और हथियारों का इंतजाम किया और 3 दिसंबर को ठेहट की हत्या कर दी गई थी
जेल से बाहर निकलते ही मिला गोगामेड़ी मर्डर का प्लान
नाबालिग से रेप के मामले में जमानत पर बाहर आने के बाद रोहित राठौड़ इसी साल अक्टूबर में उदयपुर में भी हथियारों के साथ पकड़ा गया था। कुछ दिनों बाद ही उसकी जमानत हो गई थी।
जेल से बाहर आने के बाद ही उसे गोगामेड़ी को मारने का प्लान मिल गया था। पुलिस से जुड़े सूत्रों का मानना है कि वीरेंद्र चारण ने ही गोगामेड़ी की हत्या में भी प्लानिंग की थी। उसने ही रोहित को तैयार किया था और हथियारों का इंतजाम किया था
गोगामेड़ी और आनंदपाल के भाई मेरे सपोर्ट में आए थे’
‘मुझे जब रोहित गोदारा ने वसूली के लिए धमकियां दी थीं तो मैंने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को पूरे मामले के बारे में बताया था। गोगामेड़ी मेरी मदद के लिए आगे आए थे।
उन्होंने मुझे हिम्मत दी कि तुम्हे पैसे देने ही जरूरत नहीं है। हम तुमारे साथ है।’
‘गोगामेड़ी जब मेरी मदद करने आए तो रोहित गोदारा ने उन्हें भी धमकाना शुरू कर दिया था। मेरे साथ-साथ अब रोहित गोदारा गोगामेड़ी को भी मामले से पीछे हटने के लिए धमकी दे रहा था।’
‘इस दौरान मैंने और गोगामेड़ी ने आनंदपाल के भाई मंजीत सिंह को धमकियां के बारे में बताया तो उन्होंने भी हमारी मदद का प्रयास किया था। रोहित गोदारा ने फिर मुझे और गोगामेड़ी को जान से मारने की धमकी दी थी
रोहित गोदारा की गैंग ने मेरे पर्सनल गार्ड और ड्राइवर को धमका कर भगा दिया था’
‘मैंने रिटायर्ड फौजी को अपनी सुरक्षा के लिए गार्ड के तौर पर लगाया था। इसका पता रोहित गोदारा को लगा तो उसकी गैंग के गुर्गे कपिल पंडित ने गार्ड को फोन कर धमकाया था। इस पर गार्ड नौकरी छोड़कर भाग गया था।’
‘मेरे एक ड्राइवर मुन्ना चंगोई को भी कपिल पंडित ने धमकी दी थी। बाद में वो भी नौकरी छोड़कर भाग गया था। गैंग की धमकियों के कारण मेरे यहां न तो कोई ड्राइवर बनने को तैयार था न ही सुरक्षा के लिए कोई गार्ड मिल रहा था। करीब पांच गार्ड को उन्होंने धमकी देकर मेरे यहां से हटवा दिया था।’
‘पुलिस की तरफ से मुझे सुरक्षा के लिए सिर्फ एक गार्ड दिया गया था। इसके बाद मैंने हाईकोर्ट में ओर सुरक्षा के लिए याचिका लगाई तो पुलिस ने बताया कि मेरे के लिए पर्याप्त सुरक्षा लगा रखी है।’
‘मेरे बार-बार मांग करने के बाद गार्ड को ऑटोमेटिक गन उपलब्ध करवाई गई थी। अब सिर्फ एक गार्ड के कारण मैं कहीं भी बाहर नहीं जा पाता हूं।’
‘घर में कैद हो गया हूं, परिवार वाले भी साथ नहीं रह पाते हैं
‘लॉरेंस गैंग ने मुझे घर में कैद कर दिया है। मेरे पूरा बिजनेस ठप हो गया है। धमकियों के कारण मैं कही भी बाहर नहीं जा पाता हूं। घर से ही सारा काम करना पड़ता है।’
‘किसी की शादी और रिश्तेदारों के यहां पिछले एक साल से नहीं जा पाया। खतरे के कारण मेरे परिवार के लोग भी मेरे साथ नहीं रह पाते हैं। सिर्फ मेरी पत्नी मेरे साथ रहती है।’
‘बिजनेस के लिए मैंने पॉवर ऑफ एट्रोनी वाइफ को दे रखी है। मेरे बच्चों को भी मैंने हॉस्टल में पढ़ाई के लिए भेज दिया। क्योंकि रोहित गोदारा ने मेरे बच्चों पर भी हमले की धमकी दी थी।’
‘गैंग के कारण पिछले एक साल से मैं घर में कैद हो रखा हूं। मेरी मदद के लिए आए गोगामेड़ी की भी उन्होंने हत्या करवा दी। अब अगला टारगेट मुझे बना रखा है।