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करणी सेवा के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेडी की हत्या करने वाले शूटरों में एक फौजी व दूसरा बलात्कारी

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श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में 5 दिसंबर को उनके घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों की पहचान कर ली है। इनमें एक शूटर मकराना का रोहित और दूसरा हरियाणा के महेंद्रगढ़ का निवासी नितिन फौजी है। नितिन अभी सेना में है। उसी ने गोगामेड़ी के सिर में गोली मारी थी।
बताया जा रहा है कि नितिन नवंबर में छुट्टी लेकर घर (महेंद्रगढ़) आया था। फिर वो चला गया। घरवालों को इसकी जानकारी नहीं थी कि नितिन कहां गया। जब गोगामेड़ी हत्याकांड का वीडियो आया तो परिवारवालों ने नितिन को पहचाना।
शूटर नितिन पंजाब की बठिंडा जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर संपत नेहरा के कॉन्टैक्ट में था। संपत नेहरा पर ही इस हत्याकांड की साजिश को अंजाम देने का शक जताया जा रहा है। इसका पता चलने के बाद राजस्थान पुलिस ने हरियाणा में छापे मारे। साथ ही राजस्थान समेत उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश में भी घटना से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में शामिल एक आरोपी पर नाबालिग से रेप का केस भी दर्ज है। उसे तीन साल पहले जमानत मिली थी। दूसरा आरोपी आर्मी में है। नवंबर में ही छुट्‌टी पर आया था।
हत्यारे सुखदेव सिंह की 5 दिन से रेकी कर रहे थे। वे उनके हर मूवमेंट पर नजर रखे हुए थे।
जयपुर पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर पहचान कर दोनों आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। DGP ने मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया है।
ADG दिनेश एमएन को भी छुट्‌टी से बुला लिया गया है। दिनेश एमएन ने गोगामेड़ी के घर पहुंच कर घटनास्थल का जायजा लिया।
रोहित: रेप केस में तीन साल पहले जमानत पर छूटा
CCTV फुटेज में गोगामेड़ी पर फायरिंग करते दिख रहे एक आरोपी का नाम रोहित राठौड़ है। रोहित के खिलाफ नाबालिग से रेप का केस दर्ज है।
वह कई साल तक जेल में था। तीन साल पहले ही जमानत पर छूटा था। वह आर्म्स एक्ट में भी गिरफ्तार हुआ था। उसके पिता गिरधारी सिंह राठौड़ आर्मी में थे। रिटायर होने के बाद गिरधारी सिंह RTO में नौकरी करते थे। डेढ़ साल पहले उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।
रोहित का परिवार मूलत: जूसरी (मकराना) का रहने वाला है। करीब 30 साल से परिवार जयपुर में झोटवाड़ा के जसवंत नगर में रह रहा है।
पड़ोसी बोले- पूरा मोहल्ला रोहित से परेशान था
रोहित की एक बहन भी है, जिसकी शादी हो चुकी है। रोहित मां के साथ जसवंत नगर में रहता है। पड़ोस के लोगों का कहना है कि पूरा मोहल्ला रोहित से परेशान था।
जेल से आने के बाद खुद लग्जरी गाड़ियों में घूमता था। कई बार घर पर लग्जरी गाड़ियों में युवक आते रहते थे। गांव में भी उसका लोगों से कम मिलना-जुलना रहता था। कई बार गांव के लोगों से मारपीट कर चुका था। इसी वजह से ज्यादातर जयपुर में रहता था।
जेल में हुआ था बदमाशों से संपर्क
रोहित का जेल में ही कई बड़े बदमाशों से संपर्क हो गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जमानत पर बाहर आने के बाद भी वह जेल में बंद बदमाशों के संपर्क में था। लगातार उसकी बात होती रहती थी।
उसका संपत नेहरा गैंग के बदमाशों से भी संपर्क था। माना जा रहा है कि पूरी प्लानिंग जेल के नेटवर्क के जरिए ही रची गई है।
रोहित की मां को दूसरी जगह भेजा, मकान खाली
रोहित के झोटवाड़ा के घर पर फिलहाल पुलिस का सख्त पहरा है। घर पर उसकी मां ही थी। जैसे ही रोहित की पहचान हुई तो पड़ोस के लोग भी सहम गए।
फिलहाल उसका घर खाली है। बताया जा रहा है कि खुद पुलिस ने ही उसकी मां को पूछताछ के बाद सुरक्षा के लिहाज से दूसरी जगह पर भेज दिया था।
नितिन: आर्मी में है, नवंबर में छुट्‌टी पर आया था
गोगामेड़ी पर फायरिंग करने वाला दूसरा आरोपी नितिन आर्मी में है। उसके पिता कृष्ण कुमार फौज से रिटायर्ड हैं।
नितिन का बड़ा भाई अशोक कुमार भी आर्मी में है। वह हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है। उसका गांव दोगड़ा जाट है।
नितिन करीब 5 साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। अलवर में 19 जाट बटालियन में उसकी पोस्टिंग थी। एक साल पहले ही बहरोड़ में उसकी पोस्टिंग हुई थी।
वह 8 नवंबर को दो दिन की छुट्‌टी लेकर गांव आया था। गांव में एक दिन ही रुका था। अगले दिन 9 नवंबर को वह गाड़ी की सर्विस कराने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद वह न तो घर लौटा, न ही परिवार के सदस्यों से फोन पर कोई बात हुई।
एक महीने पहले युवक का अपहरण किया था
नितिन ने करीब 1 महीने पहले एक युवक का अपहरण भी किया था। 10 नवंबर को महेंद्रगढ़ में ही नितिन ने कुलदीप राठी और दो अन्य बदमाशों के साथ मिलकर गोविंद शर्मा का अपहरण किया था।
आरोपी अपहरण के बाद गाड़ी को भगा ले गए थे। गांव के लोगों ने अपहरण करते देखा तो पुलिस को सूचना दे दी थी। गांव वालों ने खुद भी उनका पीछा शुरू कर दिया था।
पुलिस ने घेराव कर दो बदमाशों को पकड़ कर गोविंद शर्मा को छुड़ा लिया था, लेकिन नितिन वहां से भाग गया था।
5 दिन से चल रही थी रेकी
पुलिस का मानना है कि नितिन पिछले कई दिनों से राजस्थान में ही एक्टिव था और रोहित के संपर्क में था।
नितिन और रोहित ने नवीन शेखावत को झांसे में लिया था। इन्होंने नवीन के आधार कार्ड पर ही अल्फा कार सर्विस से कार किराए पर ली थी। इसके बाद पिछले 5 दिन से लगातार रेकी कर रहे थे।
जानकारों का कहना है- नवीन को पता नहीं था कि दोनों सुखदेव की हत्या करने आए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ने उसे एक स्कूल के मामले की डील करने की बात कही थी।
पहले वैशाली नगर भी गए थे
रोहित और नितिन पहले वैशाली नगर भी गए थे, लेकिन वहां गोगामेड़ी नहीं मिले। इसके बाद वे श्यामनगर पहुंचे थे।
गोगामेड़ी के घर के बाहर भी गार्ड से बात की थी। गार्ड ने अंदर आकर बोला था कि तीन युवक मिलने आए हैं। गोगामेड़ी ने तीनों को अंदर आने दिया।
आमतौर पर गोगामेड़ी के घर में जाने पर चेकिंग की जाती थी, लेकिन उस दिन सिक्योरिटी स्टाफ नहीं था। ऐसे में किसी ने न चेकिंग की और न ही ध्यान दिया।
गोगामेड़ी फोन पर बात कर रहे थे, तभी सामने बैठे नितिन और रोहित ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
एक गोली गोगामेड़ी के सीने में मारने के बाद नवीन पर भी फायर कर दिया। माना जा रहा है कि सबूत मिटाने और राज खुलने के डर से ही नवीन की भी हत्या की गई।
पहली गोली हार्ट में लगते ही सुखदेव गोगामेड़ी नीचे फर्श पर गिर चुके थे। इसके बाद नितिन ने गोगामेड़ी के सिर में भी एक गोली मारी। उन्हें 5 गोली लगी थी।

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