. जयपुर
जयपुर के सीकर रोड पर टोल प्लाजा के पास रामपुरा डाबली उपतहसील की बेशकीमती जमीन पर एक कॉलोनाइजर ने कब्जा कर लिया। यहां से जेडीए कॉलोनी व जालसु की तरह जाने वाले मेन रोड़ पर धड़ल्ले से दुकाने बनाई जा रही है। कॉलोनाइजर ने सरकारी जमीन से ही कॉलोनी का रास्ता भी बना दिया। स्थानीय लोगों ने नायब तहसीलदार सृष्टि जैन व पटवारी सोनल पटवारी को भी शिकायत की है। लेकिन तीन दिन तक काम चलता रहा। मामला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा व एसडीएम प्रियव्रत सिंह तक पहुंचा। उच्च अधिकारियो के दखल के बाद यहां निर्माण कार्य तो रोक दिया, लेकिन एक सप्ताह तक आधी-अधूरी बन चुकी दुकानों को नहीं तोड़ा गया। नायब तहसीलदार, गिरदावर व पटवारी ने सरकारी जमीन चारागाह को कब्जे राज लेने की कार्यवाही भी नहीं की।
कलेक्टर व एसडीएम तक मामला पहुंचा तो चला बूलडोजर :
भूमाफियाओं व अफसरों की मिलीभगत को लेकर कुछ स्थानीय लोगों ने कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा व एसडीएम प्रियव्रत सिंह को शिकायत दी। इसके बाद मामले की जांच करवाई गई। जांच में सरकारी चारागाह जमीन पर कब्जा व अवैध निर्माण की बात सही निकली। यहां पर नायब तहसीलदार
यह है मामला :
ग्राम रामपुरा डाबडी के खसरा नं. 820 राजस्व रिकॉर्ड में सरकारी जमीन दर्ज है। यहां पर आधी जमीन पर उपतहसील कार्यालय बना दिया। और एक करीब 2 हजार गज जमीन जिसकी बाजार कीमत 2 करोड़ रुपए है, को खाली छोड़ दिया। यहां कॉलोनी बसाने वाले कॉलोनाइजर ने जिला प्रशासन के अफसरों से मिलीभगत कर कॉलोनी का रास्ता निकाल लिया और सरकारी जमीन पर दुकानों के पट्टे काट दिया। यहां धड़ल्ले से दुकाने बनाई जा रही है। गांव के कुछ लोगों ने जब इसका विरोध व शिकायत की तो उनके धमकी मिलने लगी।